Thakur Status in Hindi: If you are searching for Thakur status, I hope you like our today's collection, as we have worked hard, probably day and night to give you the best collection. Do share it!
1.अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते, लोग चेहरा देख कर ही कह देते है , ठाकुर आये है|
2. अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती|
3. तीन ही उसूल है हमारी जिंदगी के आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन|
4. मुछ पे ताव , आँख में शोले , फिर भी अनुशाशन में रहता है तो समझ लेना ठाकुर है वो, सर ज़माना कहता है|
5. हथियार न दिखाना हमको गलती से भी, शदियों से हथियार ठाकुरो के वफादार रहे है|
6. मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है| ठाकुर है हम, उची शान हमारी है|
7. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
8. जिन्दगी तो ठाकुर जिया करते है, दिग्गजो को पछाड कर राज किया करते है, कौन रखता है किसी के सर पर ताज, ठाकुर तो अपना राज तिलक स्यंम किया करते है|
9. अपनी ताकत पर घमंड और कमजोरी पर पर्दा डालना औरो का काम है, भीड़ में भी अकेले खड़े रहे वो सिर्फ ठाकुर शेरों का काम है|
10. रखते हैं मूछों को ताव देकर ,यारी निभाते हैं जान देकर, ख़ौफ़ खाती है दुनिया हमसे , क्योंकि हम जीते हैं शेरों की दहाड़ लेकर|
11. ना दौलत पे नाज़ करते है, ना शोहरत पे नाज़ करते है, किया है भगवान ने ठाकुरो के घर पैदा, इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है|
12. असली ठाकुर, अन्य के लिए जो रक्त बहाये, मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये, गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये, वही असली ठाकुर कहलाये|
13. शेर का मुखौटा लगाकर कोई शेर यहीं बनता, भाला उठाकर कोई राणा प्रताप नहीं बनता, रणभूमि में पता चलता है योद्धाओं का, मूछों की मरोड़ी लगाने से कोई ठाकुर नहीं बनता|
14. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
15. जो तुम कहते हो वो नादानी है, हमसे नज़रें मिलाने की कोशिश न कर हमारी अकड़ खानदानी है|
16. ज़ुल्म की पहचान मिटा के रख दें ठाकुर, चाहे तो कोहराम मचा के रख दें ठाकुर, अभी सूखे पत्तो की तरह बिखरे है हम ठाकुर, अगर हो जाये एक तो दुनिया हिला के रख दें ठाकुर|
17. कभी छुप कर वार नहीं करते, बुज़दिल कभी खुल कर वार नहीं करते, अरे! हम तो योद्धा है राजपूत कौम के ठाकुर मर कर भी हार स्वीकार नहीं करते|
18. चीर कर बहा दो लहू, दुश्मन के का, यही तो मजा है, ठाकुर होकर जीने का|
19. हम पर ऊँगली सोच समझ कर उठाना हम ठाकुर हे मारते नहीं, मार डालते हे|
20. जिसने देखा हमारा अंदाज वो सदमो में है, तभी तो दुनिया ठाकुरो के कदमो में है|
21. शोक उचे है रुतबा ऊँचा है इसलिए ठाकुरो के आगे ये ज़माना झुकता है|
22. ठाकुरो की ताकत का अंदाजा हमारे जोर से नही, दुश्मन के शोर से पता चलता है|
23. मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजुर है, लेकिन धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता|
24. हमारी रगों में वो खून दोड़ता है, जिसकी एक बूंद अगर तेजाब पर गिर जाए तो तेजाब जल जाये|
25. ऐसा कोई शहर नहीं, जहा ठाकुरो का कहर नहीं, ऐसी कोई गली नहीं जहा ठाकुरो की चली नहीं|
26. मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो दोस्तो, रास्ते हमेशा पेरो के नीचे होते हे|
27. हम को खरीदने की कोशिश मत करना, हम उन पुरखो के वारिस है, जिन्होने
28. हजारों से भी भिङ गया ठाकुर अकेला पर कभी डरा नहीं। शिर कट गिरे धरन पर, पर कर्ज चुकाने से पहले क्षत्रिय कभी मरा नहीं|
29. लोगों पर कैसे राज करना है ये हमे अच्छे से पता है , वो जंगल और शिकारी का दांव पुराना हो गया है हमारा रुबाब था और आगे भी रहेगा|
30. ठाकुर हाथ किसी का थामकर छोङ, वादा अगर किसी से करे तो तोङते नही, अगर तोङ दे दिल कोई ठाकुर का, तो बिना हाथ पैर तोङे छोङते नही|
31. हम सल्तनत देख कर दोस्ती नहीं करते और परिणाम सोचकर दुश्मनी नहीं करते|
32. गर हम कब्रिस्तान से भी गुज़रते है तो मुर्दे उठ कर कहते, है जय मातादी ठाकुर साहब, सर पे हे केसरिया साफा
33. देखना कभी हमारी छाती पर फौलाद भी पिघलता है| शेर सा जिगरा है ठाकुर का, हमेसा अकेला निकलता है| गुलामी तो हम सिर्फ अपने माँ बाप की करते है|
34. जंग खाई तलवार से युद्ध नही लड़े जाते, लंगडे घोड़े पे दाव नही लगाये जाते, वीर तो लाखों होते है पर सभी महाराणा प्रताप नही होते, पूत तो होते है धरती पे सभी, पर सभी|
35. जब तक माथे पर लाल रंग नहीं लगता, तब तक ठाकुर किसी को तंग नहीं करता|
36. सर चढ़ जाती है ये दुनिया भूल जाती है, के राजपूत की तलवार को कभी जंग नहीं लगता|
37. अन्य के लिए जो रक्त बहाये, मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये, गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये, असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये, वही असली ठाकुर कहलाये|
38. हौसलें हो अगर बुलंद तो मुट्ठी में हर मुकाम है, मुश्किलें और मुसीबतें तो जिंदगी में आम है|
39. हमारे दो शौक बहूत पुराने है, एक दोस्त के साथ फोटोशूट करना और दूसरा जो हमसे दुश्मनी करे उसे शूट करना|
40. हम तो अपने दुश्मनों को भी चाहते है, क्योंकि उन्हे के कारण तो पब्लिसिटी पाते हैं|
41. पुत्र मैं माँ भवानी का,मुझ पर किसका जोर, काट दूंगा हर वो सर, जो उठा मेरे राजपुताना की ओर|
42. जूनून हौंसला और पागलपन आज भी वही है, हमने जीने का तरीका बदला है तेवर नहीं|
43. ठाकर का नारा लगा के हम दुनिया में छा गये हमारे दुश्मन भी छुपकर बोले वो देखो ठाकर के भक्त आ गये|
44. गुंडा गर्दी की बात मत कर साले तेरे चालीस फोन करने पर चार गुंड़े आयेंगे ओर ठाकुर की एक आवाज पर चालीस की गर्दने उड़ जायगी|
45. किसी ने
46. जली को आग और बुझी को राख कहते है, और जिसका स्टेटस तुम पढ़ रहे हो उसे, ठाकुर साहब कहते है|
47. ठाकुर को जंजीरो में कैद करने का सपना मत देखो क्युंकि हम वो आदमखोर शेर हैं| जिसका भी शिकार करतें हैं| उसका जिस्म तो क्या रूह भी दम तोड देती हैं|
48. हर तलवार पे ठाकुरो की कहानी है तभी तो ये दुनिया ठाकुरो की दीवानी है|
49. मिट गए ठाकुरो को मिटाने वाले क्यूंकि दहकती आग मैं तपती ठाकुरो की जवानी है|
50. अपनी ताकत पर घमंड और कमजोरी पर पर्दा डालना औरो का काम है, भीड़ में भी अकेले खड़े रहे वो सिर्फ ठाकुर शेरों का काम है|
51. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
52. ठाकुर हाथ किसे करे तो तोडते नही| अगर तोड दे दिल कोई ठाकुर का, तो बिना हाथ पैर तोङे छोङते नही|
53. ठाकुर बारिश का नाम नही, जो बरसे व थम जाये, ये वो सूरज न है जो चमके और डुब जाये, यह नाम है उस साँस का, जो चले तो जिंदगी और थमे तो मौत बन जाये|
54. हम बदलते है तो निज़ाम बदल जाते है सारे मंज़र सारे अंजाम बदल जाते है कौन कहता है ठाकुर फिर पैदा नहीं होते पैदा होते है बस नाम बदल जाते है|
55. दशहत बनाओ तो शेर जैसी वरना खाली डराना तो कुत्ते भी जानते है ठाकुर हो तो खूंखार होना चाहिये वरना खूबसूरत तो लड़िकयां भी होती है|
56. अगर ज़िन्दगी में शान से जीना है तो थोड़ा ऐटिटूड और स्टाइल तो दिखाना पड़ता है|
57. ऐटिटूड अपना आग है, इसलिए हमारे चरित्र पर दाग है, दुश्मनो के हम बाप हैं, इसलिए पुरे शहर में अपनी धाक है|
58. हम भी उसी रास्ते जाते है जहाँ हमारा दुश्मन हमारा इंतज़ार कर रहा होता है| फर्क सिर्फ इतना है शुरुवात वो करते है और खतम हम करते है|
59. ठाकुरो को जंजीरो में कैद करने का सपना मत देख क्युंकि हम वो आदमखोर शेर हैं जिसका भी शिकार करतें हैं उसका जिस्म तो क्या रूह भी दम तोड देती हैं|
60. अरे पगली ईतना मत दिखा, जब तु रुठती है ना| तब तेरा फ्रेंड भी मेरे से कहता है, कोई हो तो दे दे, मेरी फ्रेंड को मनाना है|
61. गुंन्डागर्दी और नेतागिरी हर कोई कर सकता है बन्नागिरी का ठेका तो हम राजपूतो के पास है|
62. हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं|
63. न मौत का डर है न प्यार का डर क्योकि जब मौत भी आती है मेरे सामने तो वह भी कह देती है की ठाकुर साहब पाय लागू|
64. तू दादागिरी की बात करता है हम तो ठाकुर लोग है| अगर जंगल मे भी पेर रख दे तो शेर भी आकर बोलता है पाय लागु ठाकुर साहब आज केसे पधारना हुआ|
65. जब तक माथे पर लाल रंग नहीं लगता, तब तक ठाकुर किसी को तंग नहीं करता| सर चढ़ जाती है ये दुनिया भूल जाती है, के राजपूत की तलवार को कभी जंग नहीं लगता|
66. ठाकुर हु ठाकुर ही रहूंगा हेलो हाय नही ओनली राम राम ही कहूँगा|
67. हमारी गिनती शरीफो मे होती है अगर कोई उँगली ना करे तो|
68. मगरमच्छ की पकड़ और ठाकुरों की अकड़ जबरदस्त होती हे|
69. ठाकुरो की मूछो के ताव और उनके भाव उनकी ठकुराइन ही संभाल सकती है हर कोई नही|
70. चीर कर बहा दो लहू, दुश्मन के सीने का| यही तो मजा है, ठाकुर होकर जीने का, अकड़ वाले ठाकुर|
71. यदि ऑनलाइन रहना पाप है, तो तुम्हारी गर्लफ्रैंड की कसम, मैं पापी हूं|
72. हम जीस से प्यार करते हैं, उसकी धडकन तक चुरा लेते हैं, सोचो उसका क्या हाल होगा जीसपे हम वार करेंगे|
73. ठाकुरो से पंगा नही लेना चाहिए, क्योकी जिन तुफानो मेँ लोगो के घर उजड जाते है, उन तुफानो मेँ ठाकुर अपने कच्छे सुखाते है|
74. मासूका नही हू जो बेवफाई करून्गा, मे तो क्षत्रिय की वो तलवार हू जो सिर्फ तबाही करून्गा|
75. यहाँ किसकी मज़ाल है जो छेड़े दिलेर को, गर्दिश में तो कुत्ते भी घेर लेते हैं शेर को|
76. तराजू तौल कर देख लो पलड़ा किसका भारी है, तुम्हें हुंकार प्यारी है तो हमें ललकार|
77. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
78. मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है| ठाकुर है हम, उची शान हमारी है|
79. मुछ पे ताव, आँख में शोले, फिर भी अनुशाशन में रहता है, तो समझ लेना ठाकुर है वो, सर ज़माना कहता है|
80. हथियार न दिखाना हमको गलती से भी, शदियों से हथियार ठाकुरो के वफादार रहे है|
81. अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते, लोग चेहरा देख कर ही कह देते है, ठाकुर आये है|
82. जब दुश्मन पत्थर मारे तो उसका जवाब फूल से दो| लेकिन वो फूल उसकी कबर पर होना चाहिये|
83. क्या हुनर हे तेरा पगलीहमारे बेग से कोई पेंसिल नहीं चुरा पाया और तूने सीने से दिलचुरा लिया|
84. मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है| ठाकुर है हम, उची शान हमारी है|
85. हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है, हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है|
86. हम तो दुश्मनी भी दुश्मन की औकात देख कर करते हैं बच्चों को छोड़ देते है और बड़ों को तोड़ देते हैं|
87. हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है, हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है|
88. नाम हर किसी का चल सकता है, बस चलाने का दम होना चाहिये|
89. यूँ हर किसी के हाथों बिकने को तैयार नहीं, ये राजपूत का जिगर है तेरे शहर का अखबार नहीं|
90. अपनी ताकत पर घमंड और कमजोरी पर पर्दा डालना औरो का काम है, भीड़ में भी अकेले खड़े रहे वो सिर्फ ठाकुर शेरों का काम है|
91. रखते हैं मूछों को ताव देकर, यारी निभाते हैं जान देकर, ख़ौफ़ खाती है दुनिया हमसे, क्योंकि हम जीते हैं शेरों की दहाड़ लेकर|
92. ना दौलत पे नाज़ करते है, ना शोहरत पे नाज़ करते है, किया है भगवान ने ठाकुरो के घर पैदा, इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है|
93. जो तुम कहते हो वो नादानी है, हमसे नज़रें मिलाने की कोशिश न कर, हमारी अकड़ खानदानी है|
94. मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजुर है, लेकिन धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता|
95. ऐसा कोई शहर नहीं, जहा ठाकुरो का कहर नहीं, ऐसी कोई गली नहीं जहा ठाकुरो की चली नहीं|
96. हौसलें हो अगर बुलंद तो मुट्ठी में हर मुकाम है, मुश्किलें और मुसीबतें तो जिंदगी में आम है|
97. पुत्र मैं माँ भवानी का, मुझ पर किसका जोर, काट दूंगा हर वो सर, जो उठा मेरे राजपुताना की ओर|
98. किसी ने मुझसे पूछा जिंदगी क्या है? मैंने हथेली पर थोड़ी सी धूल ली और फूँक मारकर उड़ा दी|
99. कागजो पर तो अदालते चलती है, हम तो रॉयल छोरे है फैसला तब के तब करते है|
100. घी, दूध दही का खाना देस्सी है म्हारा राजपूत घराना आजाओ भाईयो, खा लो खाना|
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Top 100 Thakur Status in Hindi 2018
2. अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती|
3. तीन ही उसूल है हमारी जिंदगी के आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन|
4. मुछ पे ताव , आँख में शोले , फिर भी अनुशाशन में रहता है तो समझ लेना ठाकुर है वो, सर ज़माना कहता है|
5. हथियार न दिखाना हमको गलती से भी, शदियों से हथियार ठाकुरो के वफादार रहे है|
6. मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है| ठाकुर है हम, उची शान हमारी है|
7. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
8. जिन्दगी तो ठाकुर जिया करते है, दिग्गजो को पछाड कर राज किया करते है, कौन रखता है किसी के सर पर ताज, ठाकुर तो अपना राज तिलक स्यंम किया करते है|
9. अपनी ताकत पर घमंड और कमजोरी पर पर्दा डालना औरो का काम है, भीड़ में भी अकेले खड़े रहे वो सिर्फ ठाकुर शेरों का काम है|
10. रखते हैं मूछों को ताव देकर ,यारी निभाते हैं जान देकर, ख़ौफ़ खाती है दुनिया हमसे , क्योंकि हम जीते हैं शेरों की दहाड़ लेकर|
11. ना दौलत पे नाज़ करते है, ना शोहरत पे नाज़ करते है, किया है भगवान ने ठाकुरो के घर पैदा, इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है|
12. असली ठाकुर, अन्य के लिए जो रक्त बहाये, मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये, गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये, वही असली ठाकुर कहलाये|
13. शेर का मुखौटा लगाकर कोई शेर यहीं बनता, भाला उठाकर कोई राणा प्रताप नहीं बनता, रणभूमि में पता चलता है योद्धाओं का, मूछों की मरोड़ी लगाने से कोई ठाकुर नहीं बनता|
14. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
15. जो तुम कहते हो वो नादानी है, हमसे नज़रें मिलाने की कोशिश न कर हमारी अकड़ खानदानी है|
16. ज़ुल्म की पहचान मिटा के रख दें ठाकुर, चाहे तो कोहराम मचा के रख दें ठाकुर, अभी सूखे पत्तो की तरह बिखरे है हम ठाकुर, अगर हो जाये एक तो दुनिया हिला के रख दें ठाकुर|
17. कभी छुप कर वार नहीं करते, बुज़दिल कभी खुल कर वार नहीं करते, अरे! हम तो योद्धा है राजपूत कौम के ठाकुर मर कर भी हार स्वीकार नहीं करते|
18. चीर कर बहा दो लहू, दुश्मन के का, यही तो मजा है, ठाकुर होकर जीने का|
19. हम पर ऊँगली सोच समझ कर उठाना हम ठाकुर हे मारते नहीं, मार डालते हे|
20. जिसने देखा हमारा अंदाज वो सदमो में है, तभी तो दुनिया ठाकुरो के कदमो में है|
21. शोक उचे है रुतबा ऊँचा है इसलिए ठाकुरो के आगे ये ज़माना झुकता है|
22. ठाकुरो की ताकत का अंदाजा हमारे जोर से नही, दुश्मन के शोर से पता चलता है|
23. मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजुर है, लेकिन धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता|
24. हमारी रगों में वो खून दोड़ता है, जिसकी एक बूंद अगर तेजाब पर गिर जाए तो तेजाब जल जाये|
25. ऐसा कोई शहर नहीं, जहा ठाकुरो का कहर नहीं, ऐसी कोई गली नहीं जहा ठाकुरो की चली नहीं|
26. मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो दोस्तो, रास्ते हमेशा पेरो के नीचे होते हे|
27. हम को खरीदने की कोशिश मत करना, हम उन पुरखो के वारिस है, जिन्होने
28. हजारों से भी भिङ गया ठाकुर अकेला पर कभी डरा नहीं। शिर कट गिरे धरन पर, पर कर्ज चुकाने से पहले क्षत्रिय कभी मरा नहीं|
29. लोगों पर कैसे राज करना है ये हमे अच्छे से पता है , वो जंगल और शिकारी का दांव पुराना हो गया है हमारा रुबाब था और आगे भी रहेगा|
30. ठाकुर हाथ किसी का थामकर छोङ, वादा अगर किसी से करे तो तोङते नही, अगर तोङ दे दिल कोई ठाकुर का, तो बिना हाथ पैर तोङे छोङते नही|
31. हम सल्तनत देख कर दोस्ती नहीं करते और परिणाम सोचकर दुश्मनी नहीं करते|
32. गर हम कब्रिस्तान से भी गुज़रते है तो मुर्दे उठ कर कहते, है जय मातादी ठाकुर साहब, सर पे हे केसरिया साफा
33. देखना कभी हमारी छाती पर फौलाद भी पिघलता है| शेर सा जिगरा है ठाकुर का, हमेसा अकेला निकलता है| गुलामी तो हम सिर्फ अपने माँ बाप की करते है|
34. जंग खाई तलवार से युद्ध नही लड़े जाते, लंगडे घोड़े पे दाव नही लगाये जाते, वीर तो लाखों होते है पर सभी महाराणा प्रताप नही होते, पूत तो होते है धरती पे सभी, पर सभी|
35. जब तक माथे पर लाल रंग नहीं लगता, तब तक ठाकुर किसी को तंग नहीं करता|
36. सर चढ़ जाती है ये दुनिया भूल जाती है, के राजपूत की तलवार को कभी जंग नहीं लगता|
37. अन्य के लिए जो रक्त बहाये, मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये, गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये, असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये, वही असली ठाकुर कहलाये|
38. हौसलें हो अगर बुलंद तो मुट्ठी में हर मुकाम है, मुश्किलें और मुसीबतें तो जिंदगी में आम है|
39. हमारे दो शौक बहूत पुराने है, एक दोस्त के साथ फोटोशूट करना और दूसरा जो हमसे दुश्मनी करे उसे शूट करना|
40. हम तो अपने दुश्मनों को भी चाहते है, क्योंकि उन्हे के कारण तो पब्लिसिटी पाते हैं|
41. पुत्र मैं माँ भवानी का,मुझ पर किसका जोर, काट दूंगा हर वो सर, जो उठा मेरे राजपुताना की ओर|
42. जूनून हौंसला और पागलपन आज भी वही है, हमने जीने का तरीका बदला है तेवर नहीं|
43. ठाकर का नारा लगा के हम दुनिया में छा गये हमारे दुश्मन भी छुपकर बोले वो देखो ठाकर के भक्त आ गये|
44. गुंडा गर्दी की बात मत कर साले तेरे चालीस फोन करने पर चार गुंड़े आयेंगे ओर ठाकुर की एक आवाज पर चालीस की गर्दने उड़ जायगी|
45. किसी ने
46. जली को आग और बुझी को राख कहते है, और जिसका स्टेटस तुम पढ़ रहे हो उसे, ठाकुर साहब कहते है|
47. ठाकुर को जंजीरो में कैद करने का सपना मत देखो क्युंकि हम वो आदमखोर शेर हैं| जिसका भी शिकार करतें हैं| उसका जिस्म तो क्या रूह भी दम तोड देती हैं|
48. हर तलवार पे ठाकुरो की कहानी है तभी तो ये दुनिया ठाकुरो की दीवानी है|
49. मिट गए ठाकुरो को मिटाने वाले क्यूंकि दहकती आग मैं तपती ठाकुरो की जवानी है|
50. अपनी ताकत पर घमंड और कमजोरी पर पर्दा डालना औरो का काम है, भीड़ में भी अकेले खड़े रहे वो सिर्फ ठाकुर शेरों का काम है|
51. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
52. ठाकुर हाथ किसे करे तो तोडते नही| अगर तोड दे दिल कोई ठाकुर का, तो बिना हाथ पैर तोङे छोङते नही|
53. ठाकुर बारिश का नाम नही, जो बरसे व थम जाये, ये वो सूरज न है जो चमके और डुब जाये, यह नाम है उस साँस का, जो चले तो जिंदगी और थमे तो मौत बन जाये|
54. हम बदलते है तो निज़ाम बदल जाते है सारे मंज़र सारे अंजाम बदल जाते है कौन कहता है ठाकुर फिर पैदा नहीं होते पैदा होते है बस नाम बदल जाते है|
55. दशहत बनाओ तो शेर जैसी वरना खाली डराना तो कुत्ते भी जानते है ठाकुर हो तो खूंखार होना चाहिये वरना खूबसूरत तो लड़िकयां भी होती है|
56. अगर ज़िन्दगी में शान से जीना है तो थोड़ा ऐटिटूड और स्टाइल तो दिखाना पड़ता है|
57. ऐटिटूड अपना आग है, इसलिए हमारे चरित्र पर दाग है, दुश्मनो के हम बाप हैं, इसलिए पुरे शहर में अपनी धाक है|
58. हम भी उसी रास्ते जाते है जहाँ हमारा दुश्मन हमारा इंतज़ार कर रहा होता है| फर्क सिर्फ इतना है शुरुवात वो करते है और खतम हम करते है|
59. ठाकुरो को जंजीरो में कैद करने का सपना मत देख क्युंकि हम वो आदमखोर शेर हैं जिसका भी शिकार करतें हैं उसका जिस्म तो क्या रूह भी दम तोड देती हैं|
60. अरे पगली ईतना मत दिखा, जब तु रुठती है ना| तब तेरा फ्रेंड भी मेरे से कहता है, कोई हो तो दे दे, मेरी फ्रेंड को मनाना है|
61. गुंन्डागर्दी और नेतागिरी हर कोई कर सकता है बन्नागिरी का ठेका तो हम राजपूतो के पास है|
62. हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं|
63. न मौत का डर है न प्यार का डर क्योकि जब मौत भी आती है मेरे सामने तो वह भी कह देती है की ठाकुर साहब पाय लागू|
64. तू दादागिरी की बात करता है हम तो ठाकुर लोग है| अगर जंगल मे भी पेर रख दे तो शेर भी आकर बोलता है पाय लागु ठाकुर साहब आज केसे पधारना हुआ|
65. जब तक माथे पर लाल रंग नहीं लगता, तब तक ठाकुर किसी को तंग नहीं करता| सर चढ़ जाती है ये दुनिया भूल जाती है, के राजपूत की तलवार को कभी जंग नहीं लगता|
66. ठाकुर हु ठाकुर ही रहूंगा हेलो हाय नही ओनली राम राम ही कहूँगा|
67. हमारी गिनती शरीफो मे होती है अगर कोई उँगली ना करे तो|
68. मगरमच्छ की पकड़ और ठाकुरों की अकड़ जबरदस्त होती हे|
69. ठाकुरो की मूछो के ताव और उनके भाव उनकी ठकुराइन ही संभाल सकती है हर कोई नही|
70. चीर कर बहा दो लहू, दुश्मन के सीने का| यही तो मजा है, ठाकुर होकर जीने का, अकड़ वाले ठाकुर|
71. यदि ऑनलाइन रहना पाप है, तो तुम्हारी गर्लफ्रैंड की कसम, मैं पापी हूं|
72. हम जीस से प्यार करते हैं, उसकी धडकन तक चुरा लेते हैं, सोचो उसका क्या हाल होगा जीसपे हम वार करेंगे|
73. ठाकुरो से पंगा नही लेना चाहिए, क्योकी जिन तुफानो मेँ लोगो के घर उजड जाते है, उन तुफानो मेँ ठाकुर अपने कच्छे सुखाते है|
74. मासूका नही हू जो बेवफाई करून्गा, मे तो क्षत्रिय की वो तलवार हू जो सिर्फ तबाही करून्गा|
75. यहाँ किसकी मज़ाल है जो छेड़े दिलेर को, गर्दिश में तो कुत्ते भी घेर लेते हैं शेर को|
76. तराजू तौल कर देख लो पलड़ा किसका भारी है, तुम्हें हुंकार प्यारी है तो हमें ललकार|
77. कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबको हासिल ताज़ नहीं होता, शोहरत तो कोई भी कमा ले लेकिन ठाकुरो वाला अंदाज़ नहीं होता|
78. मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है| ठाकुर है हम, उची शान हमारी है|
79. मुछ पे ताव, आँख में शोले, फिर भी अनुशाशन में रहता है, तो समझ लेना ठाकुर है वो, सर ज़माना कहता है|
80. हथियार न दिखाना हमको गलती से भी, शदियों से हथियार ठाकुरो के वफादार रहे है|
81. अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते, लोग चेहरा देख कर ही कह देते है, ठाकुर आये है|
82. जब दुश्मन पत्थर मारे तो उसका जवाब फूल से दो| लेकिन वो फूल उसकी कबर पर होना चाहिये|
83. क्या हुनर हे तेरा पगलीहमारे बेग से कोई पेंसिल नहीं चुरा पाया और तूने सीने से दिलचुरा लिया|
84. मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है| ठाकुर है हम, उची शान हमारी है|
85. हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है, हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है|
86. हम तो दुश्मनी भी दुश्मन की औकात देख कर करते हैं बच्चों को छोड़ देते है और बड़ों को तोड़ देते हैं|
87. हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है, हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है|
88. नाम हर किसी का चल सकता है, बस चलाने का दम होना चाहिये|
89. यूँ हर किसी के हाथों बिकने को तैयार नहीं, ये राजपूत का जिगर है तेरे शहर का अखबार नहीं|
90. अपनी ताकत पर घमंड और कमजोरी पर पर्दा डालना औरो का काम है, भीड़ में भी अकेले खड़े रहे वो सिर्फ ठाकुर शेरों का काम है|
91. रखते हैं मूछों को ताव देकर, यारी निभाते हैं जान देकर, ख़ौफ़ खाती है दुनिया हमसे, क्योंकि हम जीते हैं शेरों की दहाड़ लेकर|
92. ना दौलत पे नाज़ करते है, ना शोहरत पे नाज़ करते है, किया है भगवान ने ठाकुरो के घर पैदा, इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है|
93. जो तुम कहते हो वो नादानी है, हमसे नज़रें मिलाने की कोशिश न कर, हमारी अकड़ खानदानी है|
94. मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजुर है, लेकिन धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता|
95. ऐसा कोई शहर नहीं, जहा ठाकुरो का कहर नहीं, ऐसी कोई गली नहीं जहा ठाकुरो की चली नहीं|
96. हौसलें हो अगर बुलंद तो मुट्ठी में हर मुकाम है, मुश्किलें और मुसीबतें तो जिंदगी में आम है|
97. पुत्र मैं माँ भवानी का, मुझ पर किसका जोर, काट दूंगा हर वो सर, जो उठा मेरे राजपुताना की ओर|
98. किसी ने मुझसे पूछा जिंदगी क्या है? मैंने हथेली पर थोड़ी सी धूल ली और फूँक मारकर उड़ा दी|
99. कागजो पर तो अदालते चलती है, हम तो रॉयल छोरे है फैसला तब के तब करते है|
100. घी, दूध दही का खाना देस्सी है म्हारा राजपूत घराना आजाओ भाईयो, खा लो खाना|
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