Sorry Status in Hindi - If you really want to say sorry in desi style. Here is the list, I'm sure you will never get such list for sure. If you really enjoy! do share!
1. नाराज़गी हमसे हैं और तकलीफ़ ख़ुद को देना ग़लत बात हैं|
2. गलती की है तो माफ़ कर, मगर यूँ ना नजरअंदाज कर|
3. यादें क्यों नहीं बिछड़ जातीं, लोग तो पल में बिछड़ जाते हैं|
4. रात चुपके से आ के तेरी याद फिर, मेरी आँखों से नींदें उड़ा ले गयी|
5. ज़िंदगी सिर्फ चार दिन की दास्ताँ है, कहीं रूठने मनाने मे न निकल जाये|
6. माफ़ कर दो उनको जिनको तुम भूल नहीं सकते, भूल जाओ उनको जिनको तुम माफ़ नहीं कर सकते|
7. कर दो मुआफ अगर हुई कोई खता हमसे, अलग तुमसे होकर और अब रहा नहीं जाता हमसे|
8. हो गई हो भूल तो दिल से माफ कर देना, सुना है सोने के बाद हर किसी की सुबह नही होती|
9. जब आप का दिल टुटता है तौ दिल मैरा रौता है, जब अंजाने से कोई हमसे कसुर हो जाता है, तो ये दिल नासुर बन जाता है|
10. मोहब्बत तुमसे ही करने चली थी हो भी तुमसे ही जाती अगर तुमने अपने दोस्त से ना मिलवाया होता|
11. ग़लती इतनी भी बड़ी नहीं की हमने जो नाराज़ हो जाओ उम्रभर के लिए, माना कि हम तेरे कोई नहीं पर तू मेरी सबकुछ ये भी तो किसी से छुपा नहीं प्लीज़ मान जाओ|
12. पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं, तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं, तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं, सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं|
13. दुश्मनों में भी दोस्त मिला करते हैं, सॉरी बोलने वाले को माफ़ कर दिया करते हैं, हमको कांटा समझ कर छोड़ न देना, कांटे ही फूलो की हिफाजत किया करते हैं|
14. पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं, तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं, तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं, सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं|
15. माफ़ कर दो उनको जिनको तुम भूल नहीं सकते, भूल जाओ उनको जिनको तुम माफ़ नहीं कर सकते|
16. करदो माफ़ अगर हुई कोई खता हमसे, अलग होकर तुमसे अब रहा नहीं जाता हमसे|
17. कभी पागल तो कभी दीवाना कहती हो, कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हे पहले जानबूझकर गलती करती हो फिर सॉरी कहती हो|
18. नाराज़गी हमसे हैं और तकलीफ़ ख़ुद को देना ग़लत बात हैं|
19. खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो, दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो, देर हो गयी याद करने में जरूर, लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो|
20. दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा, हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया|
21. हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया, आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया, हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में, क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया|
22. हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना, हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना, दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं, पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना|
23. कभी दोस्त तो कभी दोस्ताना कहती हो, कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हें, पहले जानबूझकर ग़लती करती हो फिर सॉरी कहती हो|
24. सोचता हूँ ज़िंदा हूँ माँग लूँ सव से माफ़ी, न जाने मरने के बाद कोई माफ़ करे न करे|
25. दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं, पर फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है, वो दोस्त ही किया जो नाराज़ न हो, पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है|
26. जब नाराज़गी हो किसी और से तो तकलीफ़ ख़ुद को देना ग़लत बात है|
27. मैं कहने के अलावा अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता, मैं वास्तव में माफ़ी माँगता हूँ|
28. पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं, तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं, तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं, सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं|
29. नाराज होकर ज़िन्दगी से नाता नहीं तोड़ते, मुश्किल हो राह फिर भी मंज़िल नहीं छोड़ते, तनहा न समझना खुद को और माफ़ करना हमें, हम उन में से हैं जो कभी साथ नहीं छोड़ते|
30. खता हो गई तो सजा सुना दो, दिल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो, देर हो गई है याद करने में जरूर, लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल दिल से मिटा दो|
31. कर देना माफ मुझे दिल से, अगर तोड़ा हो कभी दिल आपका, जिंदगी का क्या भरोसा, कल कफ़न में लिपटा मिले आपको ये चेहरा मेरा|
32. बेगानों से दोस्ती की गुंजाइश नहीं होती, मौत के बाद कोई ख्वाहिश नहीं होती, अगर होता तुझे मुझसे सच्चा प्यार, तो तेरी सॉरी सुनने की फरमाइश नहीं होती|
33. आज मैंने खुदा से एक वादा किया है, माफी मागूँगा उससे जिसको रुसवा किया है, हर मोड़ पर रहूँगा मैं उसके साथ साथ, क्यूंकि मैंने उसके साथ चलने का इरादा किया है|
34. इस कदर मेरी दोस्ती का इम्तिहान तो मत लीजिये, खफा हो क्यों ये तो बता दीजिये, माफ़ कर दो अगर हो गई हो हमसे कोई भूल, पर ऐसे याद न करके हमें सजा तो मत दीजिये|
35. ऐसा भी क्या कुसूर हमने कर दिया, कि आपने इस तरह गैर कर दिया, माफ़ करना हमारी गलतियों को, जिनकी बझा से आप ने हम को याद करना कम कर दिया।
36. धड़कन बन के जो दिल में समा जाते हैं, हर एक पल जिनकी याद में बिताते है, आंसू तक निकल आते हैं जब वो यद आते हैं, जान चली जाती है जब वो हमसे रूठ जाते हैं|
37. वो मुझे चाहते हैं पर अपना नहीं सकते, मुझे भुलाने का दर्द उठा नहीं सकते, अजीब है उनके प्यार का ये अंदाज, खफा तो करते हैं पर मना नहीं सकते|
38 वो मेरा दोस्त जो खुदा जैसा लगता है, दिल के पास है फिर भी जुदा सा क्यूँ लगता हैं, काफी दिनों से आया नहीं कोई पैगाम उसका, शायद कोई बात पे हमसे खफा सा लगता है|
39. आसमान वीरान है तारे भी हैरान हैं, माफ़ कर दो मेरी चाँदनी देख तेरा चाँद भी तो परेशान है|
40. रूठी हो जानता हूँ मैं, खफा हो मानता हूँ मैं, गलती हुई है अब माफ़ कर दो, तुम्हारे दिल का हाल जानता हूँ मैं|
41. दरगुज़र और माफ़ करना सीखो, क्यूंकि तुम भी अपने खुदा से यही उम्मीद करते हो|
42. कभी पागल तो कभी दीवाना कहती हो, कभी दोस्त तो कभी दोस्ताना कहती हो, कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हे पहले जानबूझकर गलती करती हो फिर सॉरी कहती हो|
43. कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे, यह आरजू है कि प्यार का सिलसिला रहे आपसे, बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे, खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे|
44. गलती की हैं तो माफ़ कर, मगर यूँ ना नजरअंदाज कर|
45. अगर कोई गलती ग़ुस्ताख़ी वगैरा हो गयी हो तो प्लीज माफ़ी मांग लो| मैं बहुत रेहम दिल हूँ|
46. गलती तोह हो गयी है, अब क्या मार डालोगे? माफ़ भी कर दो ऐ दोस्त ये गलतफैमे कब तक पालेंगे|
47. जहा प्यार हैं वही तकरार हैं| सच ही कहा जाता हैं अगर प्यार में लडाई ना हो, गुस्सा ना हो, रूठना ना हो, मनाना ना हो, तो वो प्यार कैसा?
48. बात बात में थोडा उनका रूठना, थोडा हमारा रूठना| ये भी प्यार का एक अलग अंदाज़ हैं| सच कहू तो ये भी प्यार हैं| इसीलिए कहा गया हैं की, ये प्यार की लडाई हैं साहब, बस दो पल की होती हैं|
49. सुनो ना तुम्हारी हर बात सुनते और करते रहे तो हम अच्छे थे, आज जरा सी जुबान क्या खोली हमने तुम बुरा मान गयी|
50. ये कैसा प्यार? पहले तो तुम रुठती हो, और हमें रुलाती हो| और बाद में कहती हो रूठना तो मेरा हक है|
51. सुनो क्यों इतना रुलाती हो रूठ कर बात बात में, देखो अब हमारी आंखे थक गयी, अब रोया नहीं जाता| आई मिस यू|
52. बताओ ना हम क्या करे, चुप रहे या हाले दिल बयां करे| देखो तुम रूठा ना करो, बताओ ना तुम, तुम्हे मनाने के लिए हम क्या क्या करे|
53. क्यों रुठती हो तुम इतना ? क्या हम तुम्हे हंसते हुए अच्छे नहीं लगते?
54. जानती हो ना तुम हमें,, की मानना नहीं आता| फिर तुम क्यों बार बार रुठती हो हमसे|
55. देखो यु रूठा ना करो, मेरा दिल दुखता हैं, मेरा दिल भी दिल हैं, कोई पत्थर तो नहीं|
56. कैसे मनाऊ अपने रूठे हुए यार को, वो तो पत्थर बन के बैठा हैं आज|
57. रिश्तों में दूरियां तो आती-जाती रहती हैं, फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती है, वो दोस्ती ही क्या जिसमे नाराजगी न हो, पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना ही लेती है|
58. तुम नफरतों के धरने कयामत तक जारी रखो ऐ सनम, हम मोहब्बत से इस्तीफा मरते दम तक नहीं देंगे|
59. सॉरी कहने का मतलब है, कि आपके लिए दिल में प्यार है, अब जल्दी से हमे माफ़ कर दो ऐ सनम, सुना है आप बहुत समझदार हैं|
60. बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से, हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से, तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले, कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से|
61. आज मैंने खुद से एक वादा किया है, माफ़ी मंगुगा तुझसे तुझे रुसवा किया है, हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ, अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है|
62. तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए, मैं जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए, कर लेना लाख शिकवे हमसे, मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए|
63. हर वक़्त तुमको याद करता हूँ, हद से ज्यादा तुम्हे प्यार करता हूँ, क्यों तुम मुझसे खफा बैठे हो, मैं एक तुम्हीं पर तो मरता हूँ|
64. कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे, मिलना पड़ेगा कभी न कभी जरुर हमसे, नजरें चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी, कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे|
65. मेरे ख्वाबो में वो तीर चला कर चली गई, में सोया था मुझ को जगह कर चली गई, मैंने पूछा चाँद कैसे निकलता है वो अपने चहेरे से जुल्फें हटा कर चली गई|
67. कहा सुना जो भी हो माफ़ करना, कुछ वादे किये ना निभाए हों तो माफ़ करना कुछ बातें जो हम दोनों के बिच हवी उन में कुछ भला बुरा हुवा हो तो माफ़ करना|
68. खता हो गई हो तो सजा भी सुना दो| दिल में इतना दर्द क्यू है वजह भी बता दो| देर हो गई याद करने में ज़रूर लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल दिल से निकाल दो|
69. दर्द क्या होता है बतायेंगे एक रोज़, प्यार की गजल सुनायेंगे किसी रोज़, थी उनकी जिद की में जाऊ उनको मनाने मुजको ये वेहम था वो बुलायेंगे किसी रोज़|
70. निकला करो इधर से भी होकर कभी कभी, आया करो हमारे भी घर पर कभी कभी, माना कि रूठ जाना यूँ आदत है आप की, लगते मगर हैं अच्छे ये तेवर कभी कभी|
71. नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे, अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे, कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते, गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते|
72. सकता है हमने आपको कभी रुला दिया, आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया, हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में, क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया|
73. हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना, हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना, दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं, पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना|
74. बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से, हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से, तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले, कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से|
75. दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा, हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया|
76. तुम हँसते हो मुझे हँसाने के लिए, तुम रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए, तुम एक बार रूठ कर तो देखो, मर जायेंगे तुम्हें मनाने के लिए|
77. कभी सपने को भी दिल से लगाया करो, किसी के ख्वाबों में आया जाया करो, जब भी जी हो कि कोई तुम्हें भी मनाये, बस हमें याद करके रूठ जाया करो|
78. हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें, कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए, हो सकता है तरस आ भी जाये आपको, पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये|
79. कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे, मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे, नज़रें चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी, कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे|
80. तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी,तुम्हारे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी, क्या कहे क्या गुजरेगी इस दिल पर,जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी|
81. कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे, यह आरज़ू है कि सिलसिला रहे आपसे, बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे, खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे|
82. जब आप का दिल टुटता है तौ दिल मैरा रौता है, जब अंजानै से कोई हमसे कसुर हो जाता है, तो ये दिल नासुर बन जाता है|
83. तुझे मनाऊँ कि अपनी अना की बात सुनूँ, उलझ रहा है मेरे फ़ैसलों का रेशम फिर|
84. रूठ कर कुछ और भी हसीन लगते हो, बस यही सोच कर तुम को खफा रखा है|
85. न तेरी शान कम होती न रुतबा ही घटा होता, जो गुस्से में कहा तुमने वही हँस के कहा होता|
86. देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से,मालूम नहीं आज वो किस-किस से लड़े है|
87. भूल उसीसे ही होती है, जो कुछ करने की कोशिश करता है| भूल को कबुल करना ही फूल है, भूल जाओ कि हमसे कोई भूल नहीं होगी और भूल होने पर सॉरी कहना मत भूलोवरना छोटी सी भूल भी महँगी पड़ सकती है|
88. ग़लती इतनी भी बड़ी नहीं की हमने, जो नाराज़ हो जाओ उम्रभर के लिए, माना कि हम तेरे कोई नहीं| पर तू मेरी सबकुछ ये भी तो किसी से छुपा नहीं, प्लीज़ मान जाओ|
89. देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से, मालूम नहीं आज वो किस-किस से लड़े है|
90. माफ़ी मांगना भी नहीं आता मुझे, फिर भी तू ने माफ़ कर दिया मुझे|
91. आपकी एक माफ़ी हमारे लिए काफी हैं|
92. गुनाह किया था हमने जिसकी माफ़ी न मिली गलती का एहसास हुआ लेकिन तू न मिली|
93. गुनाह मैं ने किया था और सजा भी मैं ने पायी फिर अब तू मुझे क्यों छोड़ कर चली गयी|
94. मैं जानता हूँ के मैं माफ़ी के लायक नहीं हूँ, लेकिन मैं माफ़ी मांगने के लायक तो हूँ|
95. माफ़ी मांगी थी तुझ से शायद तू ने मुझे माफ़ नहीं किया होगा इसीलिए आज फिर तुझे याद कर रोया होगा|
96. गलती दुनिया ने की थी माफ़ी हमने मांगी थी|
97. इतनी बड़ी गलती करते हैं और बस एक सॉरी, हमने तो कुछ गलत किया ही नहीं फिर क्यों कहे सॉरी|
98. लोगो को गलती करना आता लेकिन माफ़ी मांगना नहीं आता मुझे देखो, बिना गलती किये हुए भी माफ़ी मांगना आता हैं|
99. गलती तो इंसान से ही होती हैं, लेकिन उसे माफ़ खुदा करता हैं|
100. एक सॉरी से अगर काम चल जाता तो हर कोई सॉरी ही कहता रहता|
Top 100 Sorry Status in Hindi 2018
1. नाराज़गी हमसे हैं और तकलीफ़ ख़ुद को देना ग़लत बात हैं|
2. गलती की है तो माफ़ कर, मगर यूँ ना नजरअंदाज कर|
3. यादें क्यों नहीं बिछड़ जातीं, लोग तो पल में बिछड़ जाते हैं|
4. रात चुपके से आ के तेरी याद फिर, मेरी आँखों से नींदें उड़ा ले गयी|
5. ज़िंदगी सिर्फ चार दिन की दास्ताँ है, कहीं रूठने मनाने मे न निकल जाये|
6. माफ़ कर दो उनको जिनको तुम भूल नहीं सकते, भूल जाओ उनको जिनको तुम माफ़ नहीं कर सकते|
7. कर दो मुआफ अगर हुई कोई खता हमसे, अलग तुमसे होकर और अब रहा नहीं जाता हमसे|
8. हो गई हो भूल तो दिल से माफ कर देना, सुना है सोने के बाद हर किसी की सुबह नही होती|
9. जब आप का दिल टुटता है तौ दिल मैरा रौता है, जब अंजाने से कोई हमसे कसुर हो जाता है, तो ये दिल नासुर बन जाता है|
10. मोहब्बत तुमसे ही करने चली थी हो भी तुमसे ही जाती अगर तुमने अपने दोस्त से ना मिलवाया होता|
11. ग़लती इतनी भी बड़ी नहीं की हमने जो नाराज़ हो जाओ उम्रभर के लिए, माना कि हम तेरे कोई नहीं पर तू मेरी सबकुछ ये भी तो किसी से छुपा नहीं प्लीज़ मान जाओ|
12. पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं, तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं, तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं, सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं|
13. दुश्मनों में भी दोस्त मिला करते हैं, सॉरी बोलने वाले को माफ़ कर दिया करते हैं, हमको कांटा समझ कर छोड़ न देना, कांटे ही फूलो की हिफाजत किया करते हैं|
14. पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं, तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं, तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं, सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं|
15. माफ़ कर दो उनको जिनको तुम भूल नहीं सकते, भूल जाओ उनको जिनको तुम माफ़ नहीं कर सकते|
16. करदो माफ़ अगर हुई कोई खता हमसे, अलग होकर तुमसे अब रहा नहीं जाता हमसे|
17. कभी पागल तो कभी दीवाना कहती हो, कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हे पहले जानबूझकर गलती करती हो फिर सॉरी कहती हो|
18. नाराज़गी हमसे हैं और तकलीफ़ ख़ुद को देना ग़लत बात हैं|
19. खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो, दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो, देर हो गयी याद करने में जरूर, लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो|
20. दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा, हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया|
21. हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया, आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया, हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में, क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया|
22. हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना, हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना, दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं, पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना|
23. कभी दोस्त तो कभी दोस्ताना कहती हो, कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हें, पहले जानबूझकर ग़लती करती हो फिर सॉरी कहती हो|
24. सोचता हूँ ज़िंदा हूँ माँग लूँ सव से माफ़ी, न जाने मरने के बाद कोई माफ़ करे न करे|
25. दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं, पर फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है, वो दोस्त ही किया जो नाराज़ न हो, पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है|
26. जब नाराज़गी हो किसी और से तो तकलीफ़ ख़ुद को देना ग़लत बात है|
27. मैं कहने के अलावा अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता, मैं वास्तव में माफ़ी माँगता हूँ|
28. पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं, तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं, तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं, सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं|
29. नाराज होकर ज़िन्दगी से नाता नहीं तोड़ते, मुश्किल हो राह फिर भी मंज़िल नहीं छोड़ते, तनहा न समझना खुद को और माफ़ करना हमें, हम उन में से हैं जो कभी साथ नहीं छोड़ते|
30. खता हो गई तो सजा सुना दो, दिल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो, देर हो गई है याद करने में जरूर, लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल दिल से मिटा दो|
31. कर देना माफ मुझे दिल से, अगर तोड़ा हो कभी दिल आपका, जिंदगी का क्या भरोसा, कल कफ़न में लिपटा मिले आपको ये चेहरा मेरा|
32. बेगानों से दोस्ती की गुंजाइश नहीं होती, मौत के बाद कोई ख्वाहिश नहीं होती, अगर होता तुझे मुझसे सच्चा प्यार, तो तेरी सॉरी सुनने की फरमाइश नहीं होती|
33. आज मैंने खुदा से एक वादा किया है, माफी मागूँगा उससे जिसको रुसवा किया है, हर मोड़ पर रहूँगा मैं उसके साथ साथ, क्यूंकि मैंने उसके साथ चलने का इरादा किया है|
34. इस कदर मेरी दोस्ती का इम्तिहान तो मत लीजिये, खफा हो क्यों ये तो बता दीजिये, माफ़ कर दो अगर हो गई हो हमसे कोई भूल, पर ऐसे याद न करके हमें सजा तो मत दीजिये|
35. ऐसा भी क्या कुसूर हमने कर दिया, कि आपने इस तरह गैर कर दिया, माफ़ करना हमारी गलतियों को, जिनकी बझा से आप ने हम को याद करना कम कर दिया।
36. धड़कन बन के जो दिल में समा जाते हैं, हर एक पल जिनकी याद में बिताते है, आंसू तक निकल आते हैं जब वो यद आते हैं, जान चली जाती है जब वो हमसे रूठ जाते हैं|
37. वो मुझे चाहते हैं पर अपना नहीं सकते, मुझे भुलाने का दर्द उठा नहीं सकते, अजीब है उनके प्यार का ये अंदाज, खफा तो करते हैं पर मना नहीं सकते|
38 वो मेरा दोस्त जो खुदा जैसा लगता है, दिल के पास है फिर भी जुदा सा क्यूँ लगता हैं, काफी दिनों से आया नहीं कोई पैगाम उसका, शायद कोई बात पे हमसे खफा सा लगता है|
39. आसमान वीरान है तारे भी हैरान हैं, माफ़ कर दो मेरी चाँदनी देख तेरा चाँद भी तो परेशान है|
40. रूठी हो जानता हूँ मैं, खफा हो मानता हूँ मैं, गलती हुई है अब माफ़ कर दो, तुम्हारे दिल का हाल जानता हूँ मैं|
41. दरगुज़र और माफ़ करना सीखो, क्यूंकि तुम भी अपने खुदा से यही उम्मीद करते हो|
42. कभी पागल तो कभी दीवाना कहती हो, कभी दोस्त तो कभी दोस्ताना कहती हो, कैसे माफ़ कर दूँ तुम्हे पहले जानबूझकर गलती करती हो फिर सॉरी कहती हो|
43. कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे, यह आरजू है कि प्यार का सिलसिला रहे आपसे, बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे, खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे|
44. गलती की हैं तो माफ़ कर, मगर यूँ ना नजरअंदाज कर|
45. अगर कोई गलती ग़ुस्ताख़ी वगैरा हो गयी हो तो प्लीज माफ़ी मांग लो| मैं बहुत रेहम दिल हूँ|
46. गलती तोह हो गयी है, अब क्या मार डालोगे? माफ़ भी कर दो ऐ दोस्त ये गलतफैमे कब तक पालेंगे|
47. जहा प्यार हैं वही तकरार हैं| सच ही कहा जाता हैं अगर प्यार में लडाई ना हो, गुस्सा ना हो, रूठना ना हो, मनाना ना हो, तो वो प्यार कैसा?
48. बात बात में थोडा उनका रूठना, थोडा हमारा रूठना| ये भी प्यार का एक अलग अंदाज़ हैं| सच कहू तो ये भी प्यार हैं| इसीलिए कहा गया हैं की, ये प्यार की लडाई हैं साहब, बस दो पल की होती हैं|
49. सुनो ना तुम्हारी हर बात सुनते और करते रहे तो हम अच्छे थे, आज जरा सी जुबान क्या खोली हमने तुम बुरा मान गयी|
50. ये कैसा प्यार? पहले तो तुम रुठती हो, और हमें रुलाती हो| और बाद में कहती हो रूठना तो मेरा हक है|
51. सुनो क्यों इतना रुलाती हो रूठ कर बात बात में, देखो अब हमारी आंखे थक गयी, अब रोया नहीं जाता| आई मिस यू|
52. बताओ ना हम क्या करे, चुप रहे या हाले दिल बयां करे| देखो तुम रूठा ना करो, बताओ ना तुम, तुम्हे मनाने के लिए हम क्या क्या करे|
53. क्यों रुठती हो तुम इतना ? क्या हम तुम्हे हंसते हुए अच्छे नहीं लगते?
54. जानती हो ना तुम हमें,, की मानना नहीं आता| फिर तुम क्यों बार बार रुठती हो हमसे|
55. देखो यु रूठा ना करो, मेरा दिल दुखता हैं, मेरा दिल भी दिल हैं, कोई पत्थर तो नहीं|
56. कैसे मनाऊ अपने रूठे हुए यार को, वो तो पत्थर बन के बैठा हैं आज|
57. रिश्तों में दूरियां तो आती-जाती रहती हैं, फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती है, वो दोस्ती ही क्या जिसमे नाराजगी न हो, पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना ही लेती है|
58. तुम नफरतों के धरने कयामत तक जारी रखो ऐ सनम, हम मोहब्बत से इस्तीफा मरते दम तक नहीं देंगे|
59. सॉरी कहने का मतलब है, कि आपके लिए दिल में प्यार है, अब जल्दी से हमे माफ़ कर दो ऐ सनम, सुना है आप बहुत समझदार हैं|
60. बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से, हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से, तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले, कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से|
61. आज मैंने खुद से एक वादा किया है, माफ़ी मंगुगा तुझसे तुझे रुसवा किया है, हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ, अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है|
62. तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए, मैं जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए, कर लेना लाख शिकवे हमसे, मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए|
63. हर वक़्त तुमको याद करता हूँ, हद से ज्यादा तुम्हे प्यार करता हूँ, क्यों तुम मुझसे खफा बैठे हो, मैं एक तुम्हीं पर तो मरता हूँ|
64. कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे, मिलना पड़ेगा कभी न कभी जरुर हमसे, नजरें चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी, कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे|
65. मेरे ख्वाबो में वो तीर चला कर चली गई, में सोया था मुझ को जगह कर चली गई, मैंने पूछा चाँद कैसे निकलता है वो अपने चहेरे से जुल्फें हटा कर चली गई|
67. कहा सुना जो भी हो माफ़ करना, कुछ वादे किये ना निभाए हों तो माफ़ करना कुछ बातें जो हम दोनों के बिच हवी उन में कुछ भला बुरा हुवा हो तो माफ़ करना|
68. खता हो गई हो तो सजा भी सुना दो| दिल में इतना दर्द क्यू है वजह भी बता दो| देर हो गई याद करने में ज़रूर लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल दिल से निकाल दो|
69. दर्द क्या होता है बतायेंगे एक रोज़, प्यार की गजल सुनायेंगे किसी रोज़, थी उनकी जिद की में जाऊ उनको मनाने मुजको ये वेहम था वो बुलायेंगे किसी रोज़|
70. निकला करो इधर से भी होकर कभी कभी, आया करो हमारे भी घर पर कभी कभी, माना कि रूठ जाना यूँ आदत है आप की, लगते मगर हैं अच्छे ये तेवर कभी कभी|
71. नाराज क्यूँ होते हो किस बात पे हो रूठे, अच्छा चलो ये माना तुम सच्चे हम ही झूठे, कब तक छुपाओगे तुम हमसे हो प्यार करते, गुस्से का है बहाना दिल में हो हम पे मरते|
72. सकता है हमने आपको कभी रुला दिया, आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया, हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में, क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया|
73. हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना, हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना, दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं, पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना|
74. बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से, हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से, तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले, कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से|
75. दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा, हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया|
76. तुम हँसते हो मुझे हँसाने के लिए, तुम रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए, तुम एक बार रूठ कर तो देखो, मर जायेंगे तुम्हें मनाने के लिए|
77. कभी सपने को भी दिल से लगाया करो, किसी के ख्वाबों में आया जाया करो, जब भी जी हो कि कोई तुम्हें भी मनाये, बस हमें याद करके रूठ जाया करो|
78. हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें, कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए, हो सकता है तरस आ भी जाये आपको, पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये|
79. कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे, मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे, नज़रें चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी, कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे|
80. तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी,तुम्हारे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी, क्या कहे क्या गुजरेगी इस दिल पर,जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी|
81. कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे, यह आरज़ू है कि सिलसिला रहे आपसे, बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे, खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे|
82. जब आप का दिल टुटता है तौ दिल मैरा रौता है, जब अंजानै से कोई हमसे कसुर हो जाता है, तो ये दिल नासुर बन जाता है|
83. तुझे मनाऊँ कि अपनी अना की बात सुनूँ, उलझ रहा है मेरे फ़ैसलों का रेशम फिर|
84. रूठ कर कुछ और भी हसीन लगते हो, बस यही सोच कर तुम को खफा रखा है|
85. न तेरी शान कम होती न रुतबा ही घटा होता, जो गुस्से में कहा तुमने वही हँस के कहा होता|
86. देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से,मालूम नहीं आज वो किस-किस से लड़े है|
87. भूल उसीसे ही होती है, जो कुछ करने की कोशिश करता है| भूल को कबुल करना ही फूल है, भूल जाओ कि हमसे कोई भूल नहीं होगी और भूल होने पर सॉरी कहना मत भूलोवरना छोटी सी भूल भी महँगी पड़ सकती है|
88. ग़लती इतनी भी बड़ी नहीं की हमने, जो नाराज़ हो जाओ उम्रभर के लिए, माना कि हम तेरे कोई नहीं| पर तू मेरी सबकुछ ये भी तो किसी से छुपा नहीं, प्लीज़ मान जाओ|
89. देखा है आज मुझे भी गुस्से की नज़र से, मालूम नहीं आज वो किस-किस से लड़े है|
90. माफ़ी मांगना भी नहीं आता मुझे, फिर भी तू ने माफ़ कर दिया मुझे|
91. आपकी एक माफ़ी हमारे लिए काफी हैं|
92. गुनाह किया था हमने जिसकी माफ़ी न मिली गलती का एहसास हुआ लेकिन तू न मिली|
93. गुनाह मैं ने किया था और सजा भी मैं ने पायी फिर अब तू मुझे क्यों छोड़ कर चली गयी|
94. मैं जानता हूँ के मैं माफ़ी के लायक नहीं हूँ, लेकिन मैं माफ़ी मांगने के लायक तो हूँ|
95. माफ़ी मांगी थी तुझ से शायद तू ने मुझे माफ़ नहीं किया होगा इसीलिए आज फिर तुझे याद कर रोया होगा|
96. गलती दुनिया ने की थी माफ़ी हमने मांगी थी|
97. इतनी बड़ी गलती करते हैं और बस एक सॉरी, हमने तो कुछ गलत किया ही नहीं फिर क्यों कहे सॉरी|
98. लोगो को गलती करना आता लेकिन माफ़ी मांगना नहीं आता मुझे देखो, बिना गलती किये हुए भी माफ़ी मांगना आता हैं|
99. गलती तो इंसान से ही होती हैं, लेकिन उसे माफ़ खुदा करता हैं|
100. एक सॉरी से अगर काम चल जाता तो हर कोई सॉरी ही कहता रहता|
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